मालद्विप में 6 महीने से कमरे बंद हे गरीब मजदूर
यहां पत्नी व बच्चे रो रो कर हुवे बेहाल
मानव सेवा समिति प्रदेश अध्यक्ष राजेश खोईवाल ने बताया कि
कबूतरबाज हरिराम पुत्र मदन, निवासी वार्ड न. 2
भोजपुर तहसील नवलगढ जिला झुन्झुनू ने गरीब मजदूर शीशराम निवासी सीकर राजस्थान को 9 माह पहले 2 वर्ष का वीजा बनाना बताकर मजदुरी करने मालद्वीप भेजा था
मालद्विप में प्रतिमाह का वेतन 350 डालर मिलना व दो घन्टे का औवरटाईम करने पर
शीशराम को प्रतिमाह करीब 50 हजार भारतीय रुपये वेतन के रूप में दिलाने का झांसा देने से शीशराम हरिराम के बहकावे में आ गया व हरिराम ने दो वर्ष के लिये विदेश भेजने
के 1.लाख 10,हजार रूपये मांगे व अन्त में 90,हजार रूपये लेकर हरिराम ने शीशराम को पासपोर्ट व एक
वीजा लाकर दिया व मालद्वीव भेज दिया. वंहा पर जाते ही शुरू में तो शीशराम को
मालद्वीप में किसी निजी व्यक्ति के पास काम पर लगा दिया, लेकिन कुछ समय बाद पता चला की
हरिराम ने शिशराम को दो वर्ष की बजाय केवल तीन माह का वीजा बना कर मालद्विप
भेज दिया तथा उसके बाद वंहा पर शीशराम को उस निजी व्यक्ति द्वारा एक कमरे
में बन्दी बना लिया है शीशराम ने विडीयो सन्देश बनाकर अपनी पत्नी को भेजने पर वहा पति के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार की जानकारी मिली है
पीड़ित गरीब मजदूर के पास ना तो रूपये है ना ही खाने का सामान है।
शीशराम पिछले 9 माह से विदेश में बंदी हे ओर भूखा मर रहा है व मरणासन्न हालत में है और यहां पर पीड़ित मजदूर की पत्नी व
बच्चो का भी रो रो कर बुरा हाल है
शीशराम के परिवार का बिना खर्चे व राशन के भूखे मरने की नौबत आ गई है
शीशराम की पत्नी सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हो रही है
मालद्वीप में फसे पीड़ित मजदूर शीशराम की व परिवार की दयनीय स्थिति को देखते हुए मानव सेवा समिति प्रदेश अध्यक्ष राजेश खोईवाल ने महामहिम राष्ट्रपति जी को व विदेश मंत्रालय व मानव अधिकार आयोग में ज्ञापन प्रेषित कर मालद्वीप में फंसे भारतीय गरीब मजदूर को जल्द ही भारत लाकर परिजनों से मिलाने का निवेदन किया है,
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