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Saturday, March 11, 2023

निदेशक ,चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान, जयपुर के द्वारा जारी आदेशों के क्रम में आज कापरेन ब्लॉक में पीसीटीएस एवं HMIS सॉफ्टवेयर के बारे में चिकित्सा अधिकारी प्रभारी,स्वास्थ्य कार्यकर्ता,आशा सुपरवाइजर,सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी,प्रसाविका,महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं,ब्लॉक आशा सुपरवाइजर का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

राजेश खोईवाल बूंदी (राजस्थान टीवी न्यूज़) निदेशक ,चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान, जयपुर के द्वारा जारी आदेशों के क्रम में आज कापरेन ब्लॉक में पीसीटीएस एवं HMIS सॉफ्टवेयर के बारे में चिकित्सा अधिकारी प्रभारी,स्वास्थ्य कार्यकर्ता,आशा सुपरवाइजर,सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी,प्रसाविका,महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं,ब्लॉक आशा सुपरवाइजर का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की इस कार्यशाला में सांख्यिकी अधिकारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि ब्लॉक की समस्त चिकित्सा फैसिलिटी द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से आमजन को उपलब्ध कराए जा रही चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवाओं का इंद्राज राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किए गए फॉर्मेट के अनुसार होना चाहिए, जिस रूप में सूचना राज्य सरकार, जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधियों ,सूचना के अधिकार के तहत जनहित में मांगी गई सूचना,विधान सभा प्रश्न अथवा किसी भी विभागीय संवैधानिक दायित्व के तहत मांगी जाती है तो उसी रूप में वह सूचना प्रस्तुत की जानी चाहिए ,जिस रूप में उच्चाधिकारियों द्वारा वह सूचना वांछित है। सांख्यिकी अधिकारी ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में जो सेवाएं रोगियों को एवम् आम व्यक्तियों को दी जा रही है उन सबकी रिपोर्टिंग ऑनलाइन किया जाना तय किया गया है अतः समस्त सूचनाएं निर्धारित प्रपत्र 6,7,8 में भरकर डाटा एंट्री ऑपरेटर के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल पर इंद्राज की जानी चाहिए ताकि उच्च स्तरीय अधिकारी राज्य स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रकार की योजनाओं की मॉनिटरिंग कर निर्णय ले सके। जब सूचनाएं अधूरी हो,निर्धारित मापदंड के अनुसार नहीं हो तो वहां पर शासन,प्रशासन को निर्णय लेने में बड़ी दुविधा होती है अतः गुणवत्ता पूर्वक सूचना संकलन, वर्गीकरण तथा रिपोर्टिंग के साथ मॉनिटरिंग और मूल्यांकन भी आवश्यक है। ऑनलाइन सूचनाएं फीडिंग करते समय समस्त बिंदुओं का पूर्ण रूप से अक्षरश: पालना की जावे क्योंकि एक बार यदि डाटा सिस्टम में गलत अपलोड कर दिया गया तो वह पूरी दुनिया में नजर आएगा और यदि वह डाटा ऐसा है जो संवेदनशील प्रकृति का है तो इससे विभाग की छवि पर बुरा असर पड़ता है इस अवसर पर उपस्थित सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी को प्रभावी मोनिटरिंग करने हेतु इंडीकेटर्स के बारे में विस्तार से बताया,ब्लॉक कापरेन की ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक हरितिका व्यास ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में समस्त कार्यक्रम ऑनलाइन पोर्टल आधारित हो गए हैं डाटा फीडिंग रिर्पोटिंग उचित रूप से दिए गए समय कार्यक्रम के अनुसार होनी चाहिए न पहले और ना बाद में जिस समय विशेष पर उसकी जरूरत है उसी समय पर वह रिपोर्ट दी जानी चाहिए ताकि सरकार नीतिगत निर्णय ले सके और आमजन के कल्याण की योजनाएं बना सके ।इस अवसर पर जिला डाटा नोडल अधिकारी ,देवेंद्र सिंह ने बताया की पीसीटीएस/HMIS पोर्टल पर हो रही रिपोर्टिंग को जिले के एवम राज्य के समस्त अधिकारी पूरी निगरानी रख रहे है। प्रत्येक डेटा को PCTS /HMIS पोर्टल पर सावधानी से अपलोड करें। इसमें काफी सारे रिर्पोटिंग फॉर्मेट जुड़ते जा रही है और आगे भी जुड़ते रहेंगे। सभी रिपोर्टिंग करने वाले व्यक्तियों को अद्यतन तथा डाटा का वर्गीकरण और मूल्यांकन करके ही फीड कराना चाहिए। आशा सॉफ्ट,शुभलक्ष्मी योजना,पहचान पोर्टल पर जन्म मृत्यु पंजीयन, प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र के मानव संसाधन, इंफ्रास्ट्रक्चर/AMR,NIPI,WIFS , नसबंदी फेलियर केसेज,शिशु एवम मातृ मृत्यु के समस्त समंक PCTS/HMIS पर सटीक रिपोर्ट होना चाहिए। भारत सरकार के एचएमआईएस पोर्टल पर सभी डाटा अद्यतन रहे इस हेतु सभी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कंप्यूटर ऑपरेटर तथा रिपोर्टिंग करने वाले रिपोर्टिंग ऑफिसर समयानुसार डेटा फ्रीज होने से पहले आवश्यक संशोधन कर लेवे ताकि किसी भी प्रकार की विसंगति रिपोर्टिंग में ना रहे।

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