बूंदी (राजस्थान टीवी न्यूज़)
,सभापति ने विधायक पर बोला हमला।
– भाजपा ने विहिप जारी कर, विधायक के आवास पर बुलाकर बैठक की।
नगर परिषद द्वारा 2023- 24 के बजट को पारित करने सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर बुलाई गई बोर्ड बैठक का सत्ता पक्ष के एक दर्जन से अधिक पार्षदों एवं विपक्ष के पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार किया। इसके चलते कोरम के अभाव में 4ः30 बजे सभापति ने बैठक स्थ्गित करने की घोषणा की। इससे पहले 3 बजे शुरू होने वाली बैठक में 4 बजे तक सदस्यों के आने का इंतजार किया गया। उसके बाद सदन में मौजूद सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखें।
गौरतलब हैं कि नगर परिषद द्वारा 2023- 24 के बजट को पारित करने को लेकर विचार विमर्श करने, शहर के विभिन्न सड़कों की प्रशासनिक- वित्तीय स्वीकृति, नगर परिषद के वर्तमान भवन के बेहतर उपयोग के लिए प्लान तैयार करने, हाई कोर्ट व श्रम न्यायालय के निर्णय से जो कर्मचारी सेवापूर्ण कर सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों की सेवानिवृत्ती स्वीकृति के बारे में निर्णय करने, एमएलडी एसटीपी का ऑपरेशन एवं संचालन स्वीकृति, दो बैक होल्डर, दो डंपर वाहन क्रय करने के लिए वित्तीय स्वीकृति 1.5 करोड़ रुपए, सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन के लिए कुशल अकुशल श्रमिकों की आपूर्ति के लिए बजट स्वीकृत करने, महाराणा प्रताप स्मारक स्थापित करने के संबंध में विचार विमर्श करने को लेकर कुंभा स्टेडियम स्थित अंबेडकर भवन में सोमवार को दोपहर 3 बजे बैठक का आयोजन किया गया था।
लेकिन बैठक का कांग्रेस के करीब एक दर्जन और भाजपा के 26 पार्षदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर दिया, बैठक में सभापति सहित 18 निर्वाचित पार्षद और 4 सहवरित पार्षद सहित 22 सदस्य ही बैठक में शामिल हुए। जिनमें भाजपा की सूरज बिरला भी शामिल है। जिसके चलते कोरम पुर्ण नहीं हो सका। बैठक के अभाव में बैठक को 4ः30 बजे स्थगित कर दिया गया।
ये पार्षद रहे सदन में मौजूद
बैठक में सभापति मधू नुवाल, पार्षद शांति सोनी, कस्तूरी बाई, सुनीता बेरवा, रवि शंकर शर्मा, हरि गुर्जर, हंसराज नायक, मोइनुद्दीन फॉरवर्ड, लोकेश ठाकुर, मनिता दाधीच, टीकम जैन, ममता शर्मा, हेमंत वर्मा, संध्या रावल, मोहम्मद रईस, विजय गहलोत, सरूर बेगम कांग्रेस के निर्वाचित पार्षदों के रूप में मौजूद रहे। जबकि कांग्रेस के सर्वहित पार्षद गणेश मारु, शौकत अली, जितेंद्र मीणा, कीर्ति सुखवाल बैठक में उपस्थित रहे। बैठक में भाजपा की पार्षद सूरज बिरला भी पूरे समय उपस्थित रही।
पार्षद हंसराज नायक कांग्रेस पार्टी से सभापति को इस्तीफा सौंपते हुए।
पार्षद नायक ने कांग्रेस पार्टी से सभापति को सौंपा इस्तीफा
बैठक के दौरान 27 सालों से पार्षद हंसराज नायक ने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा सभापति को सौंपा। नायक ने कहा कि मैंने अपनी व्यवस्थताओ के चलते यह इस्तीफा दिया है। लेकिन मैं पार्षद के रूप में काम करता रहूंगा और पूरे 5 साल मेरा समर्थन सभापति मधू नुवाल के साथ रहेगा
इधर महिला पार्षद ममता शर्मा ने कहा कि महिला पार्षद विकास के कामो सिवा कुछ नहीं कहती, लेकिन साथी पार्षद किसी तरह अपना का निकलवा लेते है। उन्होंने पार्षदों के 22 माह के बकाया मासिक भुगतान होली से पुर्व करने की मांग उठाई। पार्षद शांति सोनी ने कहा कि नगर परिषद सभापति ईमानदारी के साथ सभी वार्डों में विकास के कार्य करवा रही है, लेकिन सभापति को यह भी देखना चाहिए कि कौन उनका है कौन पराया। सोनी ने कहा कि कांग्रेस का बोर्ड होते हुए भी भाजपा पार्षदों के अधिक काम करवाए जा रहे हैं, कांग्रेस के पार्षद काम नहीं होने की वजह से नाराज है तो हमें उनके साथ बैठकर चर्चा करनी चाहिए और जो मनमुटाव है उन्हें दूर करना चाहिए। पार्षद संध्या रावल ने सभापति की ईमानदारी और निष्पक्षता की तारीफ की। पार्षद हंसराज नायक ने कहा कि सभापति पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है आज तक उन्होंने किसी काम के लिए किसी से एक रुपया भी नहीं मांगा, जबकि जो लोग विरोध में खड़े हैं। वह अपने निजी स्वार्थ के लिए विरोध कर रहे हैं उनको शहर के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। पार्षद मोइनुद्दीन फॉरवर्ड ने कहा कि कुछ लोग आज सदन में मौजूद नहीं है यह हमारे लिए दुख की बात है, उन सभी पार्षदों को बैठक में आना चाहिए था शहर के विकास के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए थी। अगर कोई बात है तो बैठ कर बात कर सकते थे।
कांग्रेस के असंतुष्ट पार्षद एक फार्म हाउस पर मोजूद।
कांग्रेस के इन पार्षदों ने किया बहिष्कार
बैठक से अलग स्थान पर कांग्रेस के उपसभापति लटूर भाई, वरिष्ठ पार्षद देवराज गोचर, प्रेम प्रकाश एवरग्रीन, अनवर खान, साबिर अली, इरफान इलू, समीर, अंकित बुलिवाल, निशा तंबोली, बैबी तरन्नुम, कुसुम शर्मा, आकांक्षा किराड़, दिलभर भील, सहवरित पार्षद अर्जुन डाबोडिया, राजीव लोचन गौत्तम, हेमराज मीणा, भेरूलाल महावर आदि एक फार्म हाउस पर एकत्रित हुए और उन्होंने बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। वरिष्ठ पार्षद देवराज गोचर ने कहा कि बूंदी नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड होते हुए भी कांग्रेस के पार्षदों की अनदेखी की जा रही है। और भाजपा पार्षदों के काम किए जा रहे हैं।
भाजपा ने लगाये आरोप, सभापति से इस्तीफा देने की मांग
भाजपा जिलामहामंत्री सुरेश अग्रवाल, शहर अध्यक्ष महावीर खंगार, नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी ने बताया कि सभापति अपनी विफलता छुपाने के लिए भाजपा के जन प्रतिनिधियो पर आरोप लगा रही है, परन्तु खुद अपने पार्षदो को नहीं संभाल पा रही है, क्योंकि बूंदी शहर में गन्दगी का साम्राज्य व्याप्त है। वार्डाे में पर्याप्त सफाई कर्मचारी नहीं है। निर्माण कार्याे में भारी भ्रष्टाचार के चलते घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है। पार्षदो की कोई सुनवाई नहीं होती है। आयुक्त एक पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहा है। भाजपा वार्डाे के साथ भेदभाव किया जा रहा है और मौलिक सुविधा से भी वंचित है। इन सब बिनदुओ से पीड़ित पार्षदो द्वारा इस तरह का कदम उठाया गया है। नगर परिषद पार्षद एवं सभापति पर एसीबी की कार्यवाही होना भ्रष्टाचार का जिन्दा सबुत है। भाजपा की सभापति प्रत्याक्षी श्रीमति सरोज अग्रवाल एवं भाजपा पार्षदो ने बजट की बोर्ड बैठक में कोरम पुरा नहीं होने पर नैतिकता के आधार पर सभापति से इस्तीफा देने की मांग की है।
बैठक से बाहर निकलते पार्षद गण।
कांग्रेस परिवार के सदस्य हैं और हम उनसे चर्चा करेगें- नुवाल
कांग्रेसी पार्षदों के बैठक में नहीं पहुंचने के बारे में सभापति मधू नुवाल ने कहा कि उनके कुछ कामों को लेकर नाराजगी हो सकती है, लेकिन वे हमारे परिवार के सदस्य हैं और हम उनसे चर्चा करेगें, जो भी कोई बात है, कोई समस्या है तो उन्हे दूर करेंगे। शहर के विकास के मामले में किसी के साथ कोई भेदभाव ना तो किया गया है ना किया जाएगा।
सभापति नुवाल ने कहा-
विधायक अशोक डोगरा के विकास कार्याे में बांधा डालने के षडयन्त्र के फलस्वरूप मींटीग स्थगित हुई है। बोर्ड सभा बजट प्रस्ताव 2023-24, कुछ मुख्य मुख्य सडकों की समस्या के समाधान एवं विशेष सफाई अभियान को गति देने के लिए विधायक डोगरा की सहमति से बुलायी गयी थी, लेकिन दुर्भाग्यवश भाजपा के कुछ सदस्य एवं कुछ अन्य सदस्यों के भाग नही लेने पर कोरम के अनुसार सभा को स्थगित करने के लिए बाध्य किया गया, जो दुर्भाग्य पूर्ण है और गतिशील विकास कार्य के कराने मे बाधक साबित हुई। विधायक के द्वारा विरासत में मिली टूटी-फूटी सडकों का नवनिर्माण, नगर परिषद भवन व नया ऑडिटोरियम का कार्य किया जा रहा है। लेकिन उससे विधायक व उनके लोग परेशान है और इस कारण गतिशील विकास मे बाधक बनने के लिए दृढ संकल्पित है और यह इसी का ही परिणाम है। लेकिन हम इन सभी बाधाओं को पार करके बून्दी शहर के विकास को गति देने के लिए जनता को विश्वास दिलाते है और निकट समय में स्थगित बोर्ड सभा की मीटीगं बुलाकर जो अति आवश्यक विकास कार्य है उनको गति देने का कार्य जारी रखेगें।
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