कोटा (राजस्थान टीवी न्यूज)
कोटा संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले जिले के करीब 100 -150 हॉस्पिटल्स, क्लिनिक से जुड़े डॉक्टर्स व स्टाफ ने ओपीडी व इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार किया। विज्ञान नगर पुलिया पर इकठ्ठा होकर बिल का विरोध में अनशन जारी। प्रदर्शनकारियों ने बिल को वापस लेने की मांग करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की
'छोटे हॉस्पिटल, क्लीनिक को खत्म कर देगा RTH बिल' प्राइवेट डॉक्टर हड़ताल पर उतरे, बोले- डॉक्टर के कमाई अधिकार छीन लेगा कोटा 9 दिन पहले
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्राइवेट डॉक्टर हड़ताल पर उतरे।
डॉ राहुल देव अरोड़ा ने कहा कि सरकार ने जो बिल पास किया है।उस बिल में प्राइवेट हॉस्पिटल्स को आम जनता के लिए निशुल्क सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा गया है। इस बिल के तहत सभी प्राइवेट हॉस्पिटल क्लीनिक को पाबंद किया जा रहा है। लेकिन असल में यह राइट टू हेल्थ बिल प्राइवेट हॉस्पिटल्स व क्लीनिक को धीरे-धीरे खत्म कर देगा।
इससे प्राइवेट डॉक्टर का कमाने का अधिकार खत्म हो जाएगा तो डॉक्टर्स, हॉस्पिटल व क्लीनिक कैसे चला पाएंगे? कॉलोनियों में खुले हुए छोटे नर्सिंग होम, क्लीनिक वो सब बंद हो जाएंगे। शहरों के अंदर दो या तीन बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल ही रह जाएंगे। इसके चलते आम जनता को 24 घंटे मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिल पाएगी।
साथ ही डॉ ए डी खिलजी ने कहा कि सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स, नर्सिंगहोम व लेबोरेट्री ने अनिश्चितकालीन बंद कर दिया है। हमारी मांग है कि राइट टू हेल्थ बिल को वापस किया जाए। जब तक सरकार में लिखकर नहीं देगी कि राइट टू हेल्थ बिल को लागू नहीं किया जाएगा। तब तक यह आंदोलन अनिश्चितकालीन चलता रहेगा।
इसी दौरान डॉक्टर ललित गोयल डॉ अंकुर जेंडर अनुराग चित्तौड़ा डॉ अभिषेक जैन, डॉ मनोज त्यागी डॉक्टर हितेश मंगल डॉक्टर कौशल गौतम कई नर्सिंग स्टाफ भी मौजूद रहे राजेश नागर जगदीश प्रजापति धीरेंद्र शर्मा आदि साथ ही डॉक्टर्स के अनुसार कई संगठनों जैसे आई एम ए रेजिडेंट डॉक्टर मेडिकल कॉलेज इंडियन डेंटल एसोसिएशन फिजियोथैरेपिस्ट ऑल नर्सिंग ऑफिसर ऑल मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव कई सामाजिक संगठनों ने भी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है
No comments:
Post a Comment