(राजस्थान टीवी न्यूज़ न्यूज)
टीम जीवनदाता की मार्मिक अपील से संभव हो सका बी नेगेटिव ब्लड डोनेशन
कोटा.टीम जीवनदाता के रक्तदान, एसडीपी और सामाजिक कार्यों के साथ नेत्रदान का कार्य भी एक दिन पूर्व ही कराया था जिस परिवार में नेत्रदान हुआ उसी परिवार ने आवश्यकता पढ़ने पर दुख की घड़ी में भी मानवता को जीवित रखा और बेटी रश्मि ने अपने पिता निरंजन प्रकाश गुप्ता के अंतिम संस्कार करने के बाद अपने बेटे आकाश व बेटी अदिति के साथ रक्तदान कर अनजान का जीवन बचाने का प्रयास किया
टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि 88 वर्षीय निरंजन प्रकाश गुप्ता का निधन सोमवार को हो गया था जिसका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया। परिवार में दुख , विलाप और संवेदनाओं का वातावरण था।मंगलवार को ही शहर में एकाएक बी नेगेटिव की तेजी से जरूरत महसूस की गई । एक के बाद एक मरीज के परिजन बी नेगेटिव के लिए कॉल आते रहे, शाम तक करीब 12 मरीजों को बी नेगेटिव की आवश्यकता हुई।
ऐसे में सोशल मीडिया पर मैसेज भेजा गया।परिवार में दुख का माहौल होने के बाद भी बिटिया रश्मि पीछे नहीं रही। किसी के जीवन को बचाने का ऐसी स्थिति में भी जब अवसर मिला तो इस दुख की घड़ी के बाद भी मानवता को चरम पर रखा।
तुरंत स्थिति को भांपते हुवे पिता स्वर्गीय निरंजन प्रकाश गुप्ता की बेटी रश्मि गोयल, उनका बेटा आकाश गोयल और बेटी अदिति गोयल ने रक्तदान किया। नाना के निधन पर कोटा आए बैंगलोर में सॉफ्टवेयर इंजिनियर आकाश ने 10 वी बार, दिल्ली में जापानी बैंक में कार्यरत अदिति ने पहली बार और रश्मि ने 12वी बार रक्तदान किया। इस दौरान रश्मि के पति डॉ घनश्याम राठी ने भी मोटिवेट किया।
*रश्मि का मानना था कि पिता ने मानवता की जरूरत में सदैव खुद को आगे रखा और हम संतानों को भी यही सीख दे गए, और कहा कि किसी को आपसे मदद की उम्मीद हो तो हमेशा आगे रहो, ईश्वर इस सेवाकार्य को आपके माध्यम से करवा रहा है।
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