बूंदी (राजस्थान टीवी न्युज)
बूंदी विधायक व पूर्व राज्य मंत्री हरिओम शर्मा ने बताया की धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2023 गुजरात के अनुसार पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार बौद्ध, जैन और सिख धर्म को हिंदू नहीं मानती इन धर्मो के अनुसार पूजा पद्धति अपनाने वालों को धर्म परिवर्तन माना जाएगा और सरकार से स्वीकृति लेना पड़ेगा। गुरु गोविंद सिंह के त्याग को भूल गई अनेक सनातनी धर्म वाले जैन धर्म के शीर्ष मुनी बने हैं अब नही बन पाएंगे । जो सनातन धर्मी अन्य राजनीतिक दलों के अनुयायी है उन्हें राम भक्त नहीं माना जाएगा केवल मात्र मोदी भक्त ही राम भक्त और सनातनी कहलाए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व का मानसिक दिवालियापन और सनातन धर्म विरोधी और हिंदू धर्म को विभाजित करने वाला। अगर संविधान निर्माता डॉक्टर अंबेडकर आज जिंदा होते और वह बौद्ध धर्म अपनाते तो उन्हें भी मोदी के कानून के अनुसार स्वीकृति लेना पड़ता।
विधायक हरी मोहन शर्मा ने इस कानून की कड़े शब्दों में निंदा है
No comments:
Post a Comment