मानव सेवा समिति प्रदेश अध्यक्ष राजेश खोईवाल ने वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर कार्यालय में पत्र के माध्यम से ज्ञापन सौंपा एवं सवाल उठाया है कि आखिर कब तक होते रहेंगे पेपर लीक. राज्य की अशोक गहलोत सरकार में एक भी भर्ती परीक्षा बगैर पेपर लीक के नहीं हो पाई है. राज्य सरकार को पेपर गिरोह का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए
आज वरिष्ठ अध्यापक का पेपर लीक यह साबित करता है कि राजस्थान मे एक भी भर्ती परीक्षा पारदर्शी नहीं हो रही ,मेरा दावा आपकी एक भी भर्ती परीक्षा, बग़ैर लीक के नहीं हो पा रही ,मुख्यमंत्री जी से मेरी मांग है कि आप सीबीआई की जांच कराने की अनुशंसा करें. इससे नकल माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तो होगी ही साथ में भविष्य में पेपर लीक को रोकने के लिए उपाय भी मिल जाएंगे.
पूर्व में भी प्रदेश में रीट में चीट सहित अन्य कई पेपर लीक के मामलों का खुलासा हुआ है, राज्य सरकार युवाओं को भर्ती के नाम पर बरगला रही हैं. सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती का पेपर लीक होने के बाद खोईवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है. म
खोईवाल ने कहा कि राजस्थान के युवाओं की मेहनत पर डाका डालने वाले, अपने नजदीकी डकैतों को बचाने वाले प्रदेश के मुखिया आखिर कब तक दिखावे का कानून बनाकर ढोंग करते रहेंगे. जब पारदर्शी परीक्षा करवा ही नहीं सकते तो दिखावे कि भर्ती निकालकर प्रदेश के बेरोज़गारों के साथ क्यों छल कर रहे हो.
खोईवाल ने मुख्यमंत्री गहलोत पर आरोप लगाते हुवे कहा कि बेरोजगार युवा पहले भी रीट, SI, जेईएन, कांस्टेबल पेपर मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर चुके है. लेकिन आपने अनुशंसा नहीं की, क्योंकि आप बड़े मगरमच्छों को बचाना चाहते हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि युवाओं के साथ छल हो रहा है व सरकार गहरी नींद में सो रही है
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